अकेली भाभी की मस्त चुदाई

 अकेली भाभी की मस्त चुदाई


Akeli Bhabhi ki mast chudai


हैलो दोस्तो राहुल फिर से आप के लिए नई कहानी लेकर आया हूं दोस्तो आप को मेरी कहानी पसंद आती है इसके लिए आप का बहुत धन्यवाद दोस्तो आज की कहानी आप को बहुत पसंद आएगी। दोस्तो एक बार मुझे कंपनी ने किसी काम से दो महीने के लिए पुणे भेजा और में पुणा आगया और कंपनी की ब्रांच में काम करने लगा वहीं पास में मुझे कंपनी ने रूम किराए पर दिलवाया एक दिन सुबह के 8बजे थे कि में बहार निकला तो मेरी नजर के सामने के मकान की बालकनी पर खड़ी एक खूबसूरत औरत वहा खड़ी थी जो अपने काले सुंदर लंबे बालों को सुखा रही थी।


उसके लंबे बाल उसके खूबसूरत जिस्म की सुंदरता को और बड़ा रहे थे। मैने इससे पहले उसे कभी नहीं देखा था। काम पर जाने के लिए में लेट न हो इसके लिए में तेयार होने चला गया। रात को ऑफिस से आने के बाद खाना खाने के बाद पलंग पर लेटे हुए उसके बारे में सोचने लगा उस हसीन औरत को देखने के बाद मेरी आंखो की नींद ना जाने कहा खो गई थी। करीब रात 11बजे थे तभी किसी ने दरवाजे पर दस्तखत दी तो मैने दरवाजा खोला और देखा कि जिसके ख्यालों में मेरी नींद उड़ा रखी थी वह औरत मेरे सामने खड़ी थी और वह बोली क्या आप के पास थोड़ा सा दुथ मिलेगा मेरी नजर सीथे उसके कप गई और मन में बोला आप के पास तो शुद्ध दूध है तो फिर दूसरे दूध की क्या जरूरत पड़ गई वो मेरी नजर देखकर हसी और कहा दूध तो मेरे घर पर था मगर उसमें कोई किडा गिर गया है जिसके कारण वो दूध अपनी बेटी को नहीं पिला सकती और इस समय कोई दूध दुकान भी नहीं खुली है।मैने उसे हा कहा कि मेरे पास दूध रखा है आप आकर लेलो वो मेरे कमरे में बेखौफ अंदर आगाई और कहने लगी रसोई कहा है।


मेरे इशारा करते ही वो रसोई में चली गई और उसके पीछे में भी रसोई में गया तब तक उसने पतीले में से दूध गिलास में डालकर कहा धन्यवाद आप का फिर चली गई उसके बाद मैने उसके बारे में पता करा तो पता चला कि वह औरत अपनी बेटी के साथ यहां किराए पर रह रही है और यही कही प्रायवेट जॉब्स करके अपना गुजारा कर रही है एक दिन में घर पर ऑफिस का काम कर रहा था कि रात के 12 बजे थे तभी किसी ने मेरे घर के दरवाजे पर आकर आवाज लगाई मैने जाकर देखा तो सामने वहीं औरत खड़ी थी तब मैने कहा इतनी रात को यहां क्या कर रही है। तब उसने कहा बहुत देर से नींद नहीं आरही थी।



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तो सोचा कि क्या किया जाए तो आपके कमरे की लाईट जलते देख मैने सोचा कि चलो आप ही के साथ बैठ कर कुछ बाते कर के टाइम पास किया जाए तब मैने कहा बहुत अच्छा किया और मुझे देखने लगी और फिर मैने कहा कि उस दिन जल्दी में आप का नाम ही नहीं पूछ पाया तब उसने कहा मेरा नाम आयशा है तब मैने अपना नाम बताते हुए कहा मेरा नाम हर्ष है रात की 1बज चुकी थी तब मैने उससे कहा कि चलो में आप के लिए काफी बनाकर लाता हूं फिर में रसोई में काफी बनाने का सामान निकाल ही रहा था कि वह मेरे पीछे रसोई में आग्ई और कहने लगी आप हटिए में आप के लिए काफी बनाकर पिलाती हूं उसने मेरे हाथ से सामान ले लिया उसके थोड़ी देर बाद ही हम काफी की चुस्की लेने लगे उसके बदन पर पिंक कलर की स्कर्ट और शार्ट कमीज़ होने की वजह से वह और भी सुंदर लग रही थी।काफी पीते पीते उसने अपने कमीज़ के ऊपर के बटन इतनी सर्दी होने के बाद भी यह कह कर खोल दिया कि उफ़ गर्मी लग रही है।


उसके ऊपर के दो बटन खुलने की वजह से मेरी नजर उसके आधे दिख रहे बूब्स पर बार बार जा रही थी। यह देख कर वह बोली क्या देख रहे हो तब में कहा आप बहुत सुंदर हो तब उसने इठलाते हुई उठी और मेरा काफी का गिलास उठा कर बड़ी मस्ती भरे अंदाज में बोली बर्तन साफ करने का जुना कहा है मैने कहा रसोई में और वो रसोई में चली गई और बड़ी अनोखे अदा से बोली अजी कहा है जुना मैने कहा ऊपर वाली स्लेप पर रखा है और में रसोई की तरफ चल दिया तब मैने देखा कि दोनों हाथ उठाकर स्लेप पर लटक रही थी।



उसके दोनों हाथ ऊपर उठते ही उसकी शार्ट कमीज़ इतनी ऊपर उठ गई की उसकी मस्त कमर देख कर मेरे कोमल मन में सितार बजने लगे और मेर से रहा नहीं गया तो मैने उसकी कमर पकड़ उस ऊपर उठाने के बहाने से छू लिया मेरे छूते ही वह घूमी और मेरे ऊपर ही गिर पड़ी मेरे सीने पर ही उसका सीना था और मेरे होठों पर उसके होठ थे इससे पहले में कुछ समझ पाता कि हम दोनों की गरम सासो का मिलन होते ही उसने अपने आप को संभाला और उठ कर कमरे में चली गई मैने उससे उस कि जिंदगी के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसने लव मैरिज की थी मगर एक दिन उसका मुझसे मन भरा गया तो वो दूसरी लेकर आगया।



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ये देखकर मेरी जिंदगी में भूचाल आगया साथ ही मैने कल्पना भी नहीं की थी कि वो ऐसा करेगा मेरे साथ मैने उससे कोई बात नहीं की और अपनी बेटी को लेकर घर छोर कर मेहनत करके अपनी बेटी को पालने लगी जिससे उस बेवफ़ा सनम कि कभी याद ही नहीं आई नहीं उसने मेरी कोई खबर ली तब मैने उससे कहा रात बहुत हो चुकी है कई आप कि बेटी उठ न जाए तब आयशा ने कहा मुस्कान सुबह से पहले उठने वाली नहीं है कोई चिंता नहीं उसकी ये सारी बाते सुनकर मैने उससे कहा कि वह बड़ा बदनसीब है जो आप जैसी खूबसूरत वाइफ को छोर कर दूसरी लेकर आगया आयशा जी एक बात कहूं कि आप बहुत सुंदर है।एक बच्चे कि मा होने के बाद भी इतना गठीला तन और खूबसूरत बॉब्स ने तथा आप के गोरे चेहरे के दाए गाल पर लगे तिल से आप की सुंदरता में और भी चार चांद लगा दिए है।जब मैने उसकी सुंदरता की तारीफ की तो वह बहुत कसमसाई और उसने मेरा हाथ पकड़ लिया उसके हाथ लगते ही मेरे बदन में बिजली सी दौड़ गई मैने उसे अपनी बाहों में भर लिया मुझे ऐसा लगा जैसे वह तन की आग में जल रही है।



उसने मेरे होठों पर अपने गुलाबी होठों से चुबन जेड दिया वह मेर से ऐसे चिपक गई जैसे गोद लगने के बाद पोस्टर चिपक जाता हैं उसने ऊपर से नीचे मुझे चूमना शुरू कर दिया।मैने कहा हम बिस्तर पर चलते हैं। मैंने उन्हें किस करते हुए बिस्तर पर लेटा दिया और उनकी शार्ट कमीज़ को निकाल दिया, अब वो सिर्फ ब्रा और पेन्टी में थी। मैं अपनी शर्ट और पैन्ट निकाल कर उनके ऊपर आ गया। अब मैं आयशा के बूब्स मसलते हुए उन्हें किस करने लगा, फिर नीचे खिसकते हुए मैंने उनकी ब्रा भी निकाल दी और उनके निप्पल मुँह में लेकर चूसने लगा। धीरे धीरे मैंने उनकी नाभि को किस करते हुए उसकी पेंटी भी निकाल दी और उनकी चूत पर हल्का सा किस किया जिस पर वो आह भर के रह गई। मैं उनको सारे बदन को जी भर कर चूम रहा था। अब डाल भी दो, और कितना तड़पाओगे?मैंने अपना लंड निकालकर आधा लंड आयशा की चूत में डाल दिया तो आयशा ने तड़प कर मेरे बालों को कसकर पकड़ लिया। अब मैं उन्हें जोर से धक्के लगा रहा था, जिस पर वो सिसकारियाँ लेकर आहें उम्म्ह… अहह… हय… याह… भर रही थी। मैं अपना लंड पूरा बाहर निकाल कर आयशा की चूत में जड़ तक पेल देता था।


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करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद मैं आयशा की चूत में ही झटके देकर झड़ गया मगर आयशा को सालो बाद खुशी का एहसास हुआ था जैसे सावन में मुरझाए हुए फूल खिल जाते है जब भी आयशा को तन की आग सताती वह मेरे पास चली आती अचानक एक दिन मुझे अपनी कंपनी से बापिस बुलावा आगया में अपना सामान पेक कर रहा था कि तभी पीछे से उसने मेरे कंधे पर अपना हाथ रखकर कहा कि कहा की तैयारी हो रही है। तब मैने हिम्मत जुटा कर उससे कहा आयशा कोई अच्छा सा अपने समाज का लड़का देखकर अपना घर बसा लो ये कह कर में चल दिया कोई 6 महीने बाद उसका मेसेज आया उसने अपने ही समाज के एक अच्छे से पैसे वाले से निकाह कर लिया है यह जान कर मेरे दिल को बहुत खुशी हुई उसके बाद ना ही मैने कभी उसकी मेसेज किया ना ही उसका कोई मेसेज आया में उसकी लाईफ को डिस्टर्ब नहीं करना चाहता था। दोस्तो यह चुदाई आपको कैसी लगी, मुझे ई मेल करके बताएँ।

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