ब्वॉयफ्रेंड ने मेरी सीलपैक बुर को फाड़ दिया

 ब्वॉयफ्रेंड ने मेरी सीलपैक बुर को फाड़ दिया


कॉलेज सेक्सी गर्ल Xxx कहानी में पढ़ें कि मैं जवान हुई तो मेरी वासना जागृत हुई. मैंने एक बॉयफ्रेंड बनाया और उसके साथ चूमाचाटी करने लगी. उसने मेरी सील कैसे तोड़ी?


दोस्तो, मेरा नाम पूजा है. मैं बिहार की रहने वाली हूँ. मेरी उम्र 19 साल है.


मेरी चुचियों का साइज़ 32 इंच है. कमर 28 की और गांड 34 इंच की है.

मैं एकदम गोरी हूँ.

अगर लड़कों की भाषा में बोलूं, तो एकदम कंटाप माल हूँ. कॉलेज सेक्सी गर्ल हूँ.


कैसे हो आप सब … उम्मीद करती हूँ कि आप सब मज़े में होंगे.


आज मैं आपको मेरी पहली चुदाई के बारे में बताने जा रही हूँ कि कैसे मेरे ब्वॉयफ्रेंड ने मेरी सीलपैक बुर को फाड़ कर चूत में तबदील कर दिया.


यह बात तब की है, जब मैं 19 साल की थी, 12वीं में थी और मेरी जवानी उफान पर थी.


मैं स्कूल शर्ट और स्कर्ट पहन कर जाती थी. दरअसल हमारी यूनिफार्म यही थी. मैं शर्ट थोड़ी टाइट और स्कर्ट घुटनों के ऊपर तक आने वाली पहनती थी.


टाइट शर्ट से मेरी चूचियों की गोलाई साफ पता चलती थी, जिसे देख सारे लड़के अपनी पैंट में दबे लंड को ज़रूर सहलाते थे.


उन सभी लड़कों में एक लड़का था बॉबी जो मेरा ब्वॉयफ्रेंड था.

वो दिखने में स्मार्ट था, एक धनी परिवार से था.


उससे मेरी फ्रेंडशिप 11वीं के पहले हफ्ते में ही हो गई थी.

धीरे धीरे हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई थी.


अब जब भी हमें मौका मिलता, हम दोनों साथ में समय व्यतीत किया करते थे.

कभी कभी हम दोनों एक दूसरे को लिपकिस भी किया करते थे. कभी कभी वो मेरी चूचियों को भी दबा देता था और मैं उसके लंड को सहला देती थी.


बस इससे आगे कभी बात बढ़ी नहीं.

ऐसा नहीं था कि हम दोनों सेक्स करना नहीं चाहते थे.

समस्या सिर्फ जगह की थी.


वो मुझसे कहता था कि पूजा रानी बस एक मौका मिल भर जाए, मैं तुम्हारी चूत की चटनी बना दूंगा.

मैं कॉलेज सेक्सी गर्ल भी उसके लंड को मसल कर कह देती थी- हां, मुझे भी इस केले की चटनी खाने का बड़ा मन है.


वो हमेशा मेरी चूत में उंगली करने की कोशिश करता रहता था.


एक दिन उसने मुझसे कहा- चलो फिल्म देखने चलते हैं.

मैंने कहा- वो कैसे?

वो बोला- स्कूल से बंक करके चलते हैं.


मैंने कहा- कहीं पकड़े गए तो?

वो बोला- पकड़े न जाएं … कुछ ऐसा सोचो.

मैंने कहा- चल सोचती हूँ.


मैंने अपनी क्लास में साथ में पढ़ने वाली रजिया से बात की कि मुझे तेरा हिजाब चाहिए.

वो समझ गई कि मुझे अपने आशिक के साथ कहीं बाहर जाना है.


वो हंस दी और बोली- मैं कल ले आऊँगी.

मैंने कहा- ठीक है, तू मुझे स्कूल के बाहर ही दे देना.


उससे बात हो जाने के बाद मैंने बॉबी को सब बता दिया.

उसने भी हामी भर दी कि दूसरे दिन वो स्कूल से कुछ दूर मेरा इन्तजार करेगा.


दूसरे दिन मैंने रजिया से उसका हिजाब ले लिया और स्कूल की बाउंड्री वाल के पास उगी कुछ घनी झाड़ियों में वो हिजाब पहन लिया और अपना स्कूल बैग उधर ही छिपा दिया.


फिर मैं उस तरफ बढ़ गई, जिधर मेरा आशिक मेरा इन्तजार कर रहा था.

कुछ दूर आगे वो अपनी बाइक मेरे करीब लाया और उसने मुझसे कहा- पूजा … जल्दी से बाइक पर बैठ जा.


मैं खुश हो गई और लपक कर उसके साथ बाइक पर बैठ गई.

अब हम दोनों एक ऐसी फिल्म देखने पहुंचे जो सुबह के शो में चलती थी और उस वक्त हॉल में न के बराबर लोग देखने आते थे.


मैंने अन्दर देखा कि हॉल में कुछ जोड़े ही थे जो हम दोनों की तरह अपने साथ के साथ मजा करने आए थे.

मन में जो घबराहट थी वो हॉल में आकर खत्म हो गई थी.


मैं बॉबी के साथ चिपक कर बैठ गई.

सिनेमा हाल में मैंने बॉबी का लंड चूसा और उसने सीट के सामने बैठ कर मेरी चूत चाटी.


उस दिन के बाद से हम दोनों की आग और ज्यादा बढ़ गई थी.

अब हम दोनों को बस एक मौके की और एकांत जगह की ज़रूरत थी.


कुछ महीने बाद वो मौका मिल ही गया.

उस समय मेरी पक्की सहेली निधि की दीदी की शादी होने वाली थी.


सारे क्लास के साथी उस शादी में निमंत्रित थे.

निधि मेरी मां को पहले ही मना चुकी थी कि शादी से पहले ही मैं उसके घर जाकर रहूँ और शादी के बाद ही घर वापस आऊं.

उसकी बात सुनकर मेरे मम्मी पापा ने भी हां कर दी थी.


जिस दिन शादी थी, उस दिन बॉबी सुबह 10 बजे ही निधि के घर आ गया था.

निधि ने सबसे उसका परिचय करवाया और उसको आराम करने के रूम में जाने को बोल दिया.


मैं बॉबी को रूम तक लेकर आ गई.

रूम में आते ही बॉबी ने मुझे अपनी बांहों में कस लिया और मेरे होंठ चूसने लगा.


मैं भी अपने प्रेमी से लग गई.

दो मिनट बाद उसने मुझे छोड़ा.


मैं बोली- थोड़ा सब्र कर लो यार, कोई देख लेगा तो गजब हो जाएगा.

उसने मेरी एक चुचि को पकड़ा और ज़ोर से दबा दिया.


फिर मैं वहां से भाग गई.


शाम में जब मैं तैयार हो रही थी, तब बॉबी रूम में आया और दरवाजा बंद कर दिया.

वो मेरे पीछे आकर मेरी पीठ को सहलाने लगा और मेरी गर्दन पर किस करने लगा.


मैं मदहोश होने लगी.

धीरे धीरे मेरे बदन को सहलाते हुए वो अपने दोनों हाथों को मेरी चूचियों पर ले आया और कपड़ों के ऊपर से ही ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा.


उसके इस तरह से मेरी चूचियों को दबाने से मैं भी गर्म होने लगी और मैं उसकी तरफ घूम गई.

मैं उसके होंठों को चूसने लगी.

वो भी मेरे रसभरे होंठों को खाने सा लगा.


जल्दी ही हमारी जीभें एक दूसरे से उलझ गईं और हम दोनों मदहोश होने लगे.

मुझे उस वक्त मानो नशा सा चढ़ गया था.


कब उसके हाथों से मेरे जिस्म को टटोलना शुरू कर दिया था, इस बात का मुझे कोई होश ही न था.


धीरे धीरे हम दोनों ही नंगे हो गए और बॉबी मेरी नंगी चूचियों को मसल मसल कर पीने लगा.

मैं भी उसके लंड को सहला रही थी.


फिर उसने मुझे नीचे बैठने को कहा और मैं बैठ भी गई.

उसने अपना काला लंड मेरे मुँह में दे दिया और चूसने को कहा.

मैं भी बिना कुछ बोले बॉबी का लंड चूसने लगी.


उसका लंड 5 मिनट तक चूसने के बाद उसने मुझे उठा कर बेड पर लेटा दिया और वो बेड के नीचे बैठ कर मेरी टांगों को फैला कर मेरी बुर को चाटने लगा.

उसने मेरी बुर को उंगलियों से फैलाया और मेरी बुर में अपनी जीभ डाल कर जीभ की नोक से चोदने लगा.


मैं मानो जन्नत की सैर पर निकल पड़ी थी.

मेरी बुर से रसधार बह निकली थी. जिसे बॉबी स्वाद लेता हुआ चाट रहा था.

वो बार बार मेरी बुर के दाने को अपने दोनों होंठों से दबा कर खींचता और चूस कर छोड़ देता.


मैं बड़ी ही बेचैन होने लगी थी.

मुझे लग रहा था कि अब ये मेरी चूत में अपना लंड जल्दी से पेल कर मुझे चोद दे.


कुछ देर बुर चाटने के बाद उसने मेज पर पड़ी क्रीम उठाई और मेरी बुर में लगाने लगा.

कुछ क्रीम उसने अपने लंड पर भी लगाई.


उसके बाद उसने मेरी दोनों टांगों को फैला कर अपने कंधे पर रखा और अपना लंड मेरी बुर की फांकों में रगड़ने लगा.

मैं भी नीचे से गांड उठा कर उसके लंड को खा लेने का प्रयास करने लगी.


मुझे अपनी चिकनी चूत में चिकना लंड बड़ा मस्त अहसास दे रहा था.

वो मेरे होंठों को अपने होंठों से दबा कर चूसने लगा. मैं उसके चुम्बन में मस्त होने लगी.


अचानक से ही उसने एक ज़ोरदार धक्का दे मारा और अपने लंड को मेरी बुर में ठेल दिया.


अभी उसका थोड़ा सा ही लंड बुर के अन्दर गया था कि मुझे बहुत तेज दर्द होने लगा.

लेकिन मेरे मुँह से चीख बाहर नहीं निकल सकी क्योंकि बॉबी ने मेरे होंठों को अपने होंठों से बंद कर रखा था.


थोड़ी देर वो मेरी चूचियों को सहलाता रहा और मेरे होंठों को चूसता रहा जिससे मुझे सही लगने लगा.


अभी मुझे थोड़ा सा आराम हुआ ही था कि बॉबी ने एक और ज़ोर का धक्का लगा दिया.


इस बार मुझे बहुत ज्यादा दर्द हुआ, पर मेरे लाख रोकने पर इस बार वो रुका नहीं.

उसने उसी दरमियान एक धक्का और लगा दिया.


इस बार के धक्के से उसका पूरा लंड मेरी बुर में समा गया और मेरी बुर फट चुकी थी.


बुर से बहुत सारा खून भी आ रहा था पर उसकी परवाह किए बिना वो मेरी चूचियों को सहलाते हुए मेरे होंठों को चूस रहा था, साथ ही धीरे धीरे अपना लंड आगे पीछे कर रहा था.

कुछ देर वो ऐसा ही करता रहा और धीरे धीरे मुझे भी अच्छा लगने लगा.

मैं भी उसका साथ देने लगी.


मेरा साथ पाकर वो और जोश में आ गया और तेज़ तेज़ मेरी चुदाई करने लगा.

पूरे रूम में मेरी चुदाई की फ़चफ़च की आवाज़ गूँज रही थी.


थोड़ी देर इसी तरह चोदने के बाद वो बेड पर लेट गया और मुझसे लंड चूसने को कहा.

मैं लंड को सहलाती हुई चूसने लगी.


थोड़ी देर लंड चूसने के बाद मैं उसके लंड पर अपनी बुर को सैट करके बैठ गई.

मुझे मीठे दर्द के साथ मज़ा भी आया और मैं अपनी गांड को ऊपर नीचे करके लंड पर कूदने लगी.


मेरी चूचियां ऊपर नीचे उछल रही थीं और बॉबी बड़े मज़े से मेरी चूचियों को मसल रहा था.

जिससे मुझे और भी मज़ा आ रहा था; मैं पूरे जोश में लंड पर कूद रही थी.


थोड़ी देर इसी तरह की चुदाई के बाद मैं बेड पर लेट गई और बॉबी ने फिर से अपना लंड मेरे मुँह के सामने कर दिया.

मैं मजे से लंड चूसने लगी.


कुछ देर लंड चूसने के बाद उसने मुझे कुतिया बन जाने को कहा और मैं कुतिया बन कर गांड हिलाने लगी.


इसे देख कर बॉबी ने मेरी गांड पर एक ज़ोर का थप्पड़ लगाया और कहा- वाह मेरी पूजा डार्लिंग, क्या मस्त गांड है तेरी … रुक जा … तेरी बुर के बाद इसका नंबर भी आएगा.

ये कह कर उसने मेरी गांड पर एक किस कर दी.


फिर उसने मेरे मुँह पर हाथ रख कर अपना लंड मेरी बुर पर टिकाया और एक ही धक्के में पूरा लंड मेरी बुर के अन्दर पेल दिया.

लंड अन्दर गया और उसने ज़ोर ज़ोर से मेरी चुदाई करना शुरू कर दी.


मैं कॉलेज सेक्सी गर्ल मस्ती से लंड लेटी रही और आह आह करती रही.

लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद उसने अपना सारा माल मेरी बुर में ही छोड़ दिया.


इस दौरान मैं झड़ चुकी थी.

फिर वो मुझसे अलग होकर बेड पर लेट गया.


थोड़ी देर बाद हम दोनों तैयार होकर फंक्शन में गए और कुछ देर वहां रुकने के बाद हम दोनों वहां से एक होटल में चले गए.

जहां उस रात उसने मेरी दो बार जम कर चुदाई की.


उस रात के बाद जब भी हमें मौका मिलता था, हम दोनों पूरा फायदा उठाते थे.

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